समाज में भेदभाव और असमानता को बढ़ावा देने वाले बयानों का अनीस मंसूरी ने किया कड़ा विरोध


अजय सिंह
लखनऊ। उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री श्री अनीस मंसूरी ने इसे समाज में नफरत और भेदभाव फैलाने वाला बयान करार दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयानों से समाज में विभिन्न वर्गों के बीच अलगाव और असमानता को बढ़ावा मिलता है, जो कि एक स्वस्थ और समतामूलक समाज के लिए ठीक नहीं है।

बबीता चौहान ने हाल ही में बयान दिया था कि पुरुषों को टेलरिंग शॉप पर महिलाओं के कपड़ों की नाप लेने से परहेज करना चाहिए।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मंसूरी ने कहा कि समाज में पुरुष और महिलाएं सभी कार्यक्षेत्रों में एक साथ काम करते हैं और अपनी सेवाएं देते हैं। “पुरुष डॉक्टर महिलाओं का इलाज करते हैं, उनका ऑपरेशन करते हैं, और कई मामलों में प्रसव जैसी संवेदनशील जिम्मेदारियां भी निभाते हैं। ऐसे में टेलरिंग जैसे कार्यों में महिलाओं के कपड़ों की नाप लेने पर आपत्ति करना किसी भी तरह से उचित नहीं है।”

अनीस मंसूरी ने प्रेस वार्ता के माध्यम से प्रमुख बांतें कहीं

  1. लैंगिक समानता का समर्थन : अनीस मंसूरी ने कहा कि समाज को ऐसी सोच से ऊपर उठने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ टेलरिंग या कपड़ों की नाप का विषय नहीं है, बल्कि इसके गहरे सामाजिक प्रभाव हैं। उन्होंने उदाहरण देकर कहा कि पुरुष डॉक्टर और नर्स विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं में महिलाओं का इलाज और देखभाल करते हैं, जिसमें सर्जरी और प्रसव जैसी जिम्मेदारियां भी शामिल हैं। यदि चिकित्सा क्षेत्र में लैंगिक आधार पर कार्यों का विभाजन किया जाए, तो स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ी असुविधा हो सकती है, जो समाज के हित में नहीं है।
  2. सामाजिक एकता का महत्व : उन्होंने कहा, “समाज में समानता और एकता बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। जब हम ऐसे बयान देते हैं जो भेदभाव और असमानता को बढ़ावा देते हैं, तो यह समाज में नकारात्मकता और असंतोष को जन्म देता है।” अनीस मंसूरी ने कहा कि हमारे देश की शक्ति उसकी विविधता में है, और हमें इसे नष्ट करने के बजाय इसे प्रोत्साहित करना चाहिए।
  3. पेशेवर कार्यों में भेदभाव का विरोध : श्री मंसूरी ने यह भी कहा कि टेलरिंग, फैशन डिजाइनिंग, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा, मेंहदी और ब्यूटी पार्लर जैसे विभिन्न कार्यों में पुरुषों की सक्रिय भागीदारी है, और यह उनके लिए रोजगार का एक जरिया भी है। “यदि हम इस तरह के भेदभावपूर्ण नियम बनाते हैं, तो हम उन लाखों परिवारों की आजीविका पर असर डालते हैं जो इन व्यवसायों पर निर्भर हैं,” उन्होंने कहा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रोजगार के अवसर सभी को मिलने चाहिए, चाहे वे पुरुष हों या महिला।
  4. महिला सुरक्षा के नाम पर अनुचित प्रतिबंध का विरोध : श्री अनीस मंसूरी ने स्पष्ट किया कि वह महिला सुरक्षा के पक्ष में हैं, लेकिन किसी पेशेवर कार्य को लिंग के आधार पर सीमित करने का समर्थन नहीं करते। उन्होंने कहा कि यदि महिला सुरक्षा से जुड़े मुद्दे हैं, तो समाज को कानून और उचित व्यवस्था के माध्यम से इसे सुलझाना चाहिए, न कि अलगाववादी बयानों के माध्यम से। “महिला सुरक्षा के नाम पर पुरुषों को ऐसे कार्यों से रोकना जो उनके पेशे का हिस्सा हैं, न केवल गलत है बल्कि समाज में असमानता को बढ़ावा देता है।”

प्रशासन और सरकार से अपील

अनीस मंसूरी ने सरकार और प्रशासन से अपील की कि वे ऐसे बयान देने वाले व्यक्तियों और संगठनों पर ध्यान दें, जो समाज में नफरत और अलगाव को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की बयानबाजी से समाज में नकारात्मकता फैलती है और लोग एक-दूसरे के प्रति संदेह से देखने लगते हैं।

मंसूरी ने कहा, “हमें ऐसा समाज बनाना है जहाँ सभी को समान अवसर और सम्मान मिले। ऐसी सोच से ऊपर उठने की जरूरत है ताकि हम एक समतामूलक समाज का निर्माण कर सकें।”

उन्होंने कहा कि समाज को जोड़ने के लिए सभी की जिम्मेदारी है। अंत में, अनीस मंसूरी ने जोर देकर कहा कि हमें समाज को जोड़ने और एकता बनाए रखने के लिए सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऐसी विचारधारा का समर्थन करें जो समाज में शांति, प्रेम, और समानता को बढ़ावा दे। “हमें भेदभाव को बढ़ावा देने वाले बयानों को अस्वीकार करना चाहिए और एक ऐसे समाज का निर्माण करना चाहिए जो सभी के लिए समभावपूर्ण और समानता पर आधारित हो।”

टेलरिंग, मेंहदी, चिकित्सा, और ब्यूटी पार्लर के अलावा पुरुषों द्वारा महिलाओं के लिए किए जाने वाले कई अन्य कार्य भी होते हैं।

  1. फैशन डिजाइनिंग – पुरुष फैशन डिजाइनर महिलाओं के कपड़े, ज्वैलरी और अन्य एसेसरीज़ डिज़ाइन करते हैं।
  2. फिटनेस ट्रेनर – जिम या योगा में पुरुष ट्रेनर महिलाओं को फिटनेस ट्रेनिंग देते हैं।
  3. फोटोग्राफी – शादी या अन्य कार्यक्रमों में पुरुष फोटोग्राफर खासतौर पर महिलाओं के फोटोशूट और वीडियोग्राफी करते हैं।
  4. डांस कोरियोग्राफी – पुरुष कोरियोग्राफर शादी, इवेंट्स और डांस क्लासेज में महिलाओं के डांस सिखाते हैं।
  5. फूड कैटरिंग – पुरुष शेफ और कैटरिंग सेवा प्रदाता शादी और पार्टियों के लिए महिलाओं के खानपान की व्यवस्था करते हैं।
  6. कपड़ों की ब्रांडेड दुकानों पर सलाहकार – कई बार पुरुष सलाहकार महिलाओं के लिए कपड़े और फैशन से संबंधित सलाह देते हैं।
  7. स्किनकेयर और हेयर स्टाइलिंग – कुछ पुरुष विशेष रूप से स्किनकेयर और हेयर स्टाइलिंग में विशेषज्ञ होते हैं और महिलाओं को ये सेवाएं प्रदान करते हैं।
  8. आध्यात्मिक और लाइफ कोचिंग – पुरुष आध्यात्मिक गुरु या लाइफ कोच महिलाओं को मार्गदर्शन देते हैं।
  9. ज्वैलरी डिजाइनिंग – पुरुष ज्वैलरी डिज़ाइनर महिलाओं के लिए गहने डिज़ाइन करते हैं।
  10. इंटीरियर डिजाइनिंग – पुरुष इंटीरियर डिजाइनर महिलाओं के लिए घर सजावट और डिजाइनिंग का काम करते हैं।
    इन कार्यों में पुरुषों की महिलाओं के प्रति विशेषज्ञता और सेवाएं एक खास महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

इशरत सुल्ताना इदरीसी ने कहा की महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती बबिता चौहान का बयान राजनीति से प्रेरित है भाजपा इलेक्शन के अवसर पर ऐसे ही लोगों से बयान दिलवाती है जो सस्ती लोकप्रियता में विश्वास रखते हैं प्रदेश सरकार को चाहिए कि इस तरह की बयानबाज़ी पर पाबन्दी लगाये।

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