लखनऊ । अखिल भारत हिन्दू महासभा त्रिदंडी ने भगवान महर्षि वाल्मीकि के प्राकट्योत्सव पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए देशवासियों से महर्षि वाल्मीकि के आदर्शों पर चलने की अपील की।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने कहा कि जेहाद और आतंकवाद के रूप में राक्षसी शक्तियां आज भी मौजूद हैं और नरसंहार करते हुए मानव जाति के लिए बड़ा खतरा बनी हुई हैं।
उन्होंने देशवासियों से महर्षि वाल्मीकि प्राकट्योत्सव पर जेहाद और आतंकवाद के समूल सर्वनाश का संकल्प लेकर मानव जाति की रक्षा का संकल्प लेने का आह्वान किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष त्रिवेदी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना कर भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र को जन जन तक पहुंचाया और श्रृष्टि के प्रथम कवि अर्थात आदि कवि कहलाए।
महर्षि वाल्मीकि ने सदैव राक्षसी और आसुरी शक्तियों का मर्दन कर मानव जाति के कल्याण, प्रगति और सुख समृद्धि को प्राथमिकता दी। भगवान श्री राम ने अपने जीवन में भगवान वाल्मीकि की शिक्षा को आत्मसात कर राक्षस रावण और उनकी सत्ता का सर्वनाश कर मानव जाति की रक्षा की।
उन्होंने वाल्मीकि समाज को सनातन धर्म और सनातन संस्कृति में योद्धा जाति और गौरव बताते हुए सनातन समाज से जातिवाद को समाप्त करने का उद्घोष किया। उन्होंने कहा कि जेहाद मुक्त भारत निर्माण के धर्मयुद्ध में वाल्मीकि समाज महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।