लखनऊ। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा मंगलवार को लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर इजरायल के राजदूत रीयूवेन अजर, नोआ अम्सलेम वाटर अटैच, एंबेसी ऑफ इजरायल, बह्म्रा देव प्रोजेक्ट आफीसर मशेवए इजरायल एंबेसी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कृषि क्षेत्र में भारत और इजरायल के साथ तकनीकी रूप से साझेदारी को और अधिक विस्तार देने, कन्नौज एवं बस्ती में इजरायल के तकनीकी सहयोग से स्थापित सेन्टर फॉर एक्सीलेंस से छोटे किसानों को जोड़ने के विषय में चर्चा की।
कृषि मंत्री ने इजरायली प्रतिनिधि मंडल को बताया कि उद्यान की फसलों, सब्जियों, खाद्यान्न उत्पादन तथा तिलहन के उत्पादन में उ0प्र0 तेजी से आगे बढ़ रहा है और आगे बेहतर तकनीकी का प्रयोग के लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं।
उन्होंने कन्नौज एवं बस्ती में सेंटर फॉर एक्सीलेन्स बनकर तैयार है, इससे किसानों को जोड़ा जाये, बड़े किसानों को भी क्लस्टर अप्रोच पर फूड प्रोसेसिंग, एक्पोर्ट, पैकेजिंग के लिये बेहर तकनीकी रूप से संबल बनाये जाने पर चर्चा की।
उन्होंने बताया कि कन्नौज और बस्ती में सेन्टर फॉर एक्सीलेन्स अच्छे से चल रहा है, यहॉं पर किसानों का भ्रमण कराने एवं एक्सटेंशन एक्टीविटी के बारे में तथा कौशाम्बी और चन्दौली में वन सेंटर फॉर एक्सीलेंस को जल्दी से जल्दी क्रियाशील करने के संबंध में विस्तार से चर्चा हुयी।
इस अवसर पर इजरायल के राजदूत द्वारा कृषि मंत्री एवं उनकी टीम को 2025 में आयोजित हो रहे एग्रीटेक एग्जीवीशन में प्रतिभाग करने के लिये आग्रह भी किया गया।
राजकीय प्रक्षेत्रों पर भी टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके इजरायल की कम्पनियों के साथ पी0पी0पी0 मोड पर भी कार्य करने की सम्भावनाओं पर भी चर्चा की गयी।
इस दौरान मुख्यमंत्री के सलाहकार के0वी0 राजू, प्रमुख सचिव कृषि रविन्द्र, सचिव कृषि अनुराग यादव, निदेशक कृषि, डा0 जितेन्द्र कुमार तोमर, उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम के निदेशक पंकज त्रिपाठी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।