👉 यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ़ NSA के तहत कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग की
लखनऊ/गोरखपुर। पैगम्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शान में गुस्ताख़ी करने वाले यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ़ NSA के तहत कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग को लेकर आज गोरखपुर जिला अधिकारी कार्यालय के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदय को पत्रक प्रेषित किया गया।
इस कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहें गुलशने कादरिया मस्जिद के पेशीमाम हाफिज शाकिर अली साहब एवं आफताब अहमद ने कहा कि पैगम्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शान में यति नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा जो गुस्ताखी की गई है इससे मुस्लिम समाज एवं अमन पसन्द समाज में बहुत आक्रोश है। नरसिंहा नंद का ये गैर जिम्मेदाराना बयान दो समुदाय में नफ़रत फैलाने वाला है। नरसिंहा नंद ने भारतीय गंगा जमुनी तहजीब पर हमला किया है। विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।
नरसिंहा नंद ने दुनियाभर के मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया है।नरसिंहा नंद पर समाज में नफ़रत फैलाने के लिए एनएसए एवं देशद्रोह के तहत मुकदमा दर्ज करके सख्त से सख्त कार्रवाई की जाय।
इस कार्यक्रम में शामिल शाहपुर घोषीपुरवा के वार्ड अध्यक्ष शहाबुद्दीन अली घोसी एवं इलियास गाजी ने कहा कि पैगम्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शान में गुस्ताख़ी नाकाबिले बर्दाश्त है। भारत का संविधान किसी भी धर्म के मजहबी पेशवा व किताब की तौहीन करने की इजाजत नहीं देता है।
इस कार्यक्रम में शामिल क़मर कुरैशी राजू एवं शाहिद शाह ने कहा कि आए दिन इस्लाम धर्म की मुकद्दस हस्तियों पैगम्बरे इस्लाम, क़ुरआन, खुलफा-ए-राशिदीन, सहाबा, अहले बैत व औलिया किराम की शान में गुस्ताखी की जा रही है। जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसी भी मजहब की मुकद्दस हस्तियों व किताबों की बेहुरमती करने का किसी को हक़ नहीं है।
इस कार्यक्रम में शामिल हाफिज अब्दुल्लाह मजीद, मिन्हाज गोरखपुरी एवं आमिर अली अंसारी ने कहा कि देश में फसाद फैलाने वाले लोगों का आए दिन हौसला बुलंद हो रहा है इसलिए इन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि यह लोग फिर कभी ऐसी हरकत न करें। किसी भी धर्म के पेशवा व किताब की तौहीन पर लगाम लगाने के लिए कानून बनाया जाए।
इस कार्यक्रम में इम्तियाज अहमद, पूर्व पार्षद अफरोज अली गब्बर, कमर कुरेशी राजू, शहाबुद्दीन अली घोसी, आदिल अली घोसी, इमरान अली, शाहिद शाह, मोहम्मद दानिश सिद्दीकी, इलियास गाजी, सैयद शहाबुद्दीन अली घोसी, सुफियान शाह, जफर अली सिराज अहमद आमिर अली अंसारी हाफिज अब्दुल मजीद. शोएब अंसारी, इमामुद्दीन अहमद, शहजाद अली, सैयद इरफान अली आदि लोग मौजूद थें।