लखनऊ। आंध्र प्रदेश में स्थित विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसादम की पवित्रता और शुद्धता को कलंकित करने वालों से पूरा सनातनी समाज आहत है।
अखिल भारतीय हिंदू महासभा तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के अधिकारियों और पशुओं की चर्बी वाले मिलावटी घी की आपूर्ति करने वाले ठेकेदार के खिलाफ मोदी सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग करती है।
हिंदू महासभा को पूर्ण विश्वास है प्रसाद में चर्बी वाले मिलावटी घी में मिलावट करने गैर हिन्दू शामिल है इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर आरोपियों चेहरे का खुलासा किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री जी ये अवगत कराना है कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के प्रवक्ता अनम वेंकट रमणा रेड्डी ने 19 सितंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके लैब रिपोर्ट सार्वजनिक की थी।
जिसमे उन्होंने बताया था गुजरात स्थित लाइवस्टॉक लैबोरेटरी, NDDB (नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड) CALF लिमिटेड (सेंटर फॉर एनालिसिस एंड लर्निंग इन लाइवस्टॉक एंड फूड) को 9 जुलाई, 2024 को सैंपल भेजा गया था लैब ने 17 जुलाई को अपनी रिपोर्ट दी थी।
जिसमे जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल की मिलावट का पता चला था। ऐसे लैब की रिपोर्ट आने के बाद भी दोषी अभी कार्यवाही कोसो दूर है जो दर्भाग्यपूर्ण है, मैं पुनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से आग्रह करता हूं कि,सभी दोषियों को कठोर से कठोर सजा दी जाए,साथ ही गैर धर्म के लोगों को जो ट्रस्ट में शामिल हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाया जाए क्योंकि मन्दिर के आसपास की पहाड़ियों की जगह पूर्व में पूर्ववर्ती सरकार गैर धर्म के लोगों को दे रही थी जिसे तत्कालीन हिंदूवादी संगठनों ने विरोध किया था तब कहीं जाकर के यह जमीनें बची थी।