👉 आचार्य सत्येंद्र दास ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के साथ ही दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की
लखनऊ। विश्व प्रसिद्ध और सनातन आस्था के सबसे बड़े केंद्रों में एक तिरुपति स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर का प्रसाद बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले घी में जानवरों की चर्बी की मिलावट से संबंधित रिपोर्ट सामने आने के बाद अयोध्या में भी हड़कंप मच गया है. राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा है कि इस साल की शुरुआत में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा (अभिषेक) समारोह के दौरान भक्तों को प्रसाद के रूप में तिरुपति मंदिर के लड्डू वितरित किए गए थे.
आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि कितने लड्डू लाए गए थे. यह श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को पता होगा. लेकिन, जो भी लड्डू आए, उसका प्रसाद भक्तों के बीच बांटा गया. मिलावट की रिपोर्ट एक खतरनाक साजिश की ओर इशारा करती है.’ रामलला के अभिषेक समारोह के लिए श्री वेंकटेश्वर मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) द्वारा एक लाख से अधिक लड्डू भेजे गए थे. हालांकि, इन्हें प्रसाद के रूप में वितरित किया गया था या नहीं इस पर राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से कुछ नहीं कहा गया है.
राम मंदिर का प्रबंधन करने वाले श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने कहा कि रामलला के अभिषेक समारोह के दौरान प्रसाद के रूप में केवल इलायची के बीज वितरित किए गए थे. राम मंदिर ट्रस्ट के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस समारोह में बतौर मुख्य यजमान शामिल हुए थे और करीब 8000 गणमान्य व्यक्तियों ने भी शिरकत की थी. ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि वह तिरुपति लड्डू पर केंद्र की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘हमने भक्तों को प्रसाद के रूप में केवल इलायची के दाने बांटे थे. मैं अपने जीवन में एक बार 1981 में तिरुपति गया था और मेरे लिए इस विवाद पर टिप्पणी करना उचित नहीं है. जिस मंदिर से जुड़ा यह मामला है वहीं के प्रबंधन इन आरोपों का जवाब देना ठीक होगा.’
आचार्य सत्येंद्र दास ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि तिरुपति मंदिर का लड्डू प्रसादम सिर्फ अयोध्या ही नहीं, बल्कि पूरे देश के करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है. इस तरह के मामले सनातनियों की भावना को ठेस पहुंचाते हैं. यह भारत की धार्मिक विरासत पर हमला है. इसकी गंभीरता को देखते हुए मैं संत समाज की ओर से विस्तृत जांच कराकर दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग करता हूं.