अवनीश त्रिपाठी
लखनऊ। कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस गर्ग व मिशन निदेशक-उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन दीपा रंजन ने रविवार को विकास खण्ड चिनहट स्थित पुष्टाहार इकाई तेजस्वी महिला प्रेरणा लघु उद्योग का भ्रमण किया गया। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा पुष्टाहार उत्पादन की प्रक्रिया को समझा।
मिशन निदेशक द्वारा बताया गया की महिलाओं द्वारा पांच प्रकार के उत्पाद निर्मित किये जा रहे है 6 माह से 3 साल तक के बच्चों को आटा बेसन हलवा, 3 साल से 6 साल तक के बच्चो को आटा बेसन बर्फी प्रेमिक्स और दलिया मूंगदाल खिचड़ी दी जाती है। इसी प्रकार गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को नमकीन एवं मीठा पोषाहार दिया जाता है।
समूह की महिलाओं द्वारा उत्पादन प्रक्रिया के संबंध में बताया गया कि सबसे पहले अनाज को मशीनों से साफ किया जाता हैं फिर भुना जाता है उसके बाद पीसा जाता है।
अदील अब्बास लीड हेल्थ एंड नुट्रीशन यूपी एसआरएलएम द्वारा बताया गया कि पिसाई के बाद सिफ्टर से पावडर को छानकर कर ब्लेंडर में मिक्स किया जाता है। ब्लेंडर में ही पोषण तत्व प्रेमिक्स पाउडर भी मिला कर पोषाहार को फोर्टीफाई किया जाता है फिर आटोमेटिक मशीन से पैकेजिंग की जाती है।
इस मौके पर पोषाहार पर मिशन की तकनीकी संस्था पीसीआई-इंडिया के माध्यम से तैयार की गयी लघु चलचित्र भी दिखाई गयी। कृषि उत्पदान आयुक्त द्वारा मशीनों के स्पेसिफीकेशन के विषय में पूछा गया। उन्हें जानकारी दी गई कि यूएनडब्लूएफपी संस्था के वित्तीय सहयोग से प्रथम दो इकाई लगाई गयी थी। उसी मानक के अनुसार शेष इकाई लगाई गयी है।
इस मौके पर राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, लखनऊ से अरविन्द कुमार संयुक्त मिशन निदेशक व बिपन के साथ-साथ जनपद लखनऊ स्तर से बीएमएम अंकित तथा टीएचआर उत्पादन इकाई से समस्त समूह सदस्यों मौजूद रहे।