लखनऊ। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने बिना निवास किए आईपीएस अफसर अभिनंदन सिंह का मिर्जापुर से वोटर आईडी बनने के मामले पर सवाल उठाए हैं.
उन्होंने कुछ दिन पूर्व अभिनंदन सिंह के मूल रूप से ग्राम डबक, थाना जमालपुर, मिर्जापुर के निवासी होने के बाद भी एसपी मिर्जापुर के रूप में तैनाती के संबंध में स्थिति ज्ञात कर कार्रवाई की मांग की थी.
इस पर मिर्जापुर के राजस्व विभाग द्वारा भेजी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि अभिनंदन सिंह और उनका परिवार उस गांव में निवास नहीं करता है लेकिन इसके बाद भी गांव के मतदाता सूची के क्रमांक संख्या 324 370 और 318 पर उनके, उनके पिता और माता का नाम अंकित है.
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 19 के अनुसार किसी व्यक्ति के वोटर बनने के लिए सामान्य रूप से उस स्थान का निवासी होना अनिवार्य है. ऐसे में जब स्वयं राजस्व विभाग यह मान रहा है कि अभिनंदन सिंह उस गांव में निवास नहीं करते थे, तो वहां से उनका वोटर आईडी बना अपने आप में गंभीर प्रश्न है.
अतः उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर इस पूरे संदर्भ की जांच कराने तथा अभिनंदन सिंह को मिर्जापुर से अन्य ट्रांसफर किए जाने की मांग की है.
संलग्न — मिर्जापुर राजस्व विभाग की जांच रिपोर्ट
बिना निवास के आईपीएस अफसर का वोटर आईडी बना?
लखनऊ। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने बिना निवास किए आईपीएस अफसर अभिनंदन सिंह का मिर्जापुर से वोटर आईडी बनने के मामले पर सवाल उठाए हैं.
उन्होंने कुछ दिन पूर्व अभिनंदन सिंह के मूल रूप से ग्राम डबक, थाना जमालपुर, मिर्जापुर के निवासी होने के बाद भी एसपी मिर्जापुर के रूप में तैनाती के संबंध में स्थिति ज्ञात कर कार्रवाई की मांग की थी.
इस पर मिर्जापुर के राजस्व विभाग द्वारा भेजी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि अभिनंदन सिंह और उनका परिवार उस गांव में निवास नहीं करता है लेकिन इसके बाद भी गांव के मतदाता सूची के क्रमांक संख्या 324 370 और 318 पर उनके, उनके पिता और माता का नाम अंकित है.
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 19 के अनुसार किसी व्यक्ति के वोटर बनने के लिए सामान्य रूप से उस स्थान का निवासी होना अनिवार्य है. ऐसे में जब स्वयं राजस्व विभाग यह मान रहा है कि अभिनंदन सिंह उस गांव में निवास नहीं करते थे, तो वहां से उनका वोटर आईडी बना अपने आप में गंभीर प्रश्न है.
अतः उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर इस पूरे संदर्भ की जांच कराने तथा अभिनंदन सिंह को मिर्जापुर से अन्य ट्रांसफर किए जाने की मांग की है.